ऑपरेशन सिंदूर: भारत की रक्षा में आत्मनिर्भरता का बड़ा संदेश – DRDO Chief
पुणे, 9 अगस्त 2025 – रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के अध्यक्ष समीर कामत ने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर” केवल एक सैन्य अभियान नहीं था, बल्कि यह दुनिया को यह बताने का भारत का ऐलान था कि हम अपनी रक्षा जरूरतें खुद पूरी करने में सक्षम हैं।
DRDO Chief ने कहा —
“ऑपरेशन सिंदूर ने दिखा दिया कि भारत अपने सैनिकों की बहादुरी और स्वदेशी तकनीक के दम पर किसी भी चुनौती का सामना कर सकता है। यह हमारी रणनीतिक सोच और तकनीकी ताकत का सबूत है।”
ऑपरेशन सिंदूर में इस्तेमाल हुई स्वदेशी ताकत:-
इस ऑपरेशन के दौरान भारत ने अपने कई आधुनिक और पूरी तरह स्वदेशी हथियारों का इस्तेमाल किया, जिनमें शामिल हैं:
- आकाश सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल
- मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (MRSAM)
- ब्रहमोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल (Sukhoi Su-30MKI से लॉन्च)
- D4 एंटी-ड्रोन सिस्टम
- AWNC एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग और कंट्रोल सिस्टम
- आकाशतीर AI-आधारित सिस्टम – जो खतरों को पहचानकर सही हथियार चुनता है
रक्षा निर्यात में तेजी की उम्मीद:-
डीआरडीओ प्रमुख ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत के रक्षा निर्यात अगले 2–3 साल में दोगुने हो सकते हैं।
- 2024-25 में भारत का रक्षा निर्यात ₹23,000 करोड़ रहा
- लक्ष्य: 2029 तक ₹50,000 करोड़
- पिनाका, ATAGS, ब्रहमोस और आकाश जैसे हथियारों की दुनिया में बढ़ती मांग
- दक्षिण-पूर्व एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीका के कई देश भारत से हथियार खरीद रहे हैं
BrahMos का नया संस्करण आने वाला:-
उन्होंने बताया कि ब्रहमोस का छोटा और हल्का संस्करण BrahMos-NG जल्द बनाया जाएगा, जिसे अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर लगाया जा सकेगा।
युवाओं के लिए संदेश:-
डीआईएटी के 14वें दीक्षांत समारोह में कामत ने कहा कि अब युद्ध केवल सीमाओं पर नहीं लड़े जाते, बल्कि यह धरती, समुद्र, हवा, अंतरिक्ष, साइबरस्पेस और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम में भी होते हैं।
“आप अब सिर्फ छात्र नहीं हैं, बल्कि भारत की रक्षा क्षमता का हिस्सा हैं। आपकी विशेषज्ञता क्वांटम टेक्नोलॉजी, साइबर सुरक्षा, रोबोटिक्स, मिसाइल टेक्नोलॉजी और AI में है, जो सीधे देश की सुरक्षा से जुड़ी है।”
डीआईएटी का योगदान:-
- समारोह में 298 छात्रों को डिग्री मिली
- 206 MTech, 68 MSc और 24 PhD डिग्रियां दी गईं
- 18 छात्रों को गोल्ड मेडल मिला